World women’s day 2022: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश की प्राथमिकता भारत की विकास यात्रा में महिलाओं की पूर्ण भागीदारी में निहित है। समाज के लिए महिला संतो के योगदान पर गुजरात के कच्छ जिले के धोर्डो में आयोजित कार्यक्रम में श्री मोदी ने कहा कि महिला संतों ने जीवन की विषम परिस्थितियों में समाज को जीना सिखाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश में महिलाओं के जीवन में सुधार के लिए निरंतर कार्य कर रही है ताकि बहनें और उनकी बेटियां आगे बढ सकें। उन्होंने कहा कि स्टेंडअप इंडिया के तहत 80 प्रतिशत से अधिक ऋण महिलाओं को दिया गया है। मुद्रा योजना के तहत 70 प्रतिशत ऋण महिलाओं को दिया गया।

श्री मोदी ने कहा कि वर्षों से महिलाओं की बुनियादी समस्या दूर करने के लिए देश में 11 करोड से अधिक शौचालय बनाये गए। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों को लकडी और गोबर की आग से खाना पकाते समय धूंए की समस्या का सामना करना पडता था। सरकार ने उज्जवला योजना के तहत ऐसी महिलाओं को रसोई गैस के नौ करोड से कनेक्शन उपलब्ध कराये और महिलाओं को धूंए में सांस लेने से मुक्ति दिलाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता पर भी ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि 23 करोड से अधिक जन-धन खातों के साथ महिलाओं को जोडा गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब और वंचित वर्गों की महिलाओं को दो करोड से अधिक पक्के मकान उपलब्ध कराये गए हैं।
श्री मोदी ने कहा भारत ऐसा राष्ट्र है जो धरती को भी माता का दर्जा देता है और महिलाओं की प्रगति से हमेशा राष्ट्र के सशक्तिकरण को बल मिला है।
श्री मोदी ने कहा कि कच्छ की महिलाएं वास्तुशिल्प और शिल्पकला के माध्यम से क्षेत्र की संस्कृति को संजो रही हैं।
इस सेमीनार में पांच सौ से अधिक महिला संत शामिल हुईं। इस दौरान संस्कृति, धर्म, महिला उत्थान, सुरक्षा, सामाजिक स्थितिऔर भारतीय संस्कृति में महिलाओं की भूमिका पर विभिन्न सत्र आयोजित किए गए। विभिन्न सत्रों में केन्द्र और राज्य सरकारों की कल्याण योजनाओं से लाभांवित महिलाओं और उनकी उपलब्धियों पर चर्चा की गई।
केन्द्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी, केन्द्रीय राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और डॉक्टर भारती प्रवीण पंवार भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं। साध्वी, ऋतम्भरा, महामंडलेश्वर कांकेश्वरी देवी सहित अन्य गणमान्य महिलाएं भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।