Traditional ethics and culture of tribal Bastar: प्रकृति की रक्षा के लिए बस्तर के इन आदिवासियों ने लिया शिकार न करने का संकल्प, देखें VIDEO

Traditional ethics and culture of tribal Bastar: प्रकृति की रक्षा के लिए बस्तर के इन आदिवासियों ने लिया शिकार न करने का संकल्प, देखें VIDEO

Traditional ethics and culture of tribal Bastar: आदिवासियों की जीवन शैली में पुरातन काल से ही शिकार का बड़ा महत्व है। खेती किसानी से जुड़ने से पहले आदिवासी समुदाय मूल रूप से अपने भोजन के लिए शिकार पर ही निर्भर रहते थे। जंगलों के बीच रहने वाले आदिवासियों में आज भी शिकार का चलन है, लेकिन इनके लिए प्रकृति संरक्षण शिकार और खुद का पेट भरने से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

बस्तर के आदिवासी प्रकृति पर निर्भर हैं, लेकिन अपनी परंपराओं को प्रकृति के लिए छोडना पडे तो ये तत्पर हैं। बस्तर क्षेत्र के गड़िया पदर गांव में आदिवासियों ने शिकार करने की परंपरा को छोड़ने का फैसला लिया और शिकार न करने व वन की रक्षा करने का संकल्प लिया। फॉरेस्ट गार्ड ने समुदाय के लोगों को इस की शपथ दिलाई। अब इस गांव के आदिवासी आसपास के जंगलों के जीवों के संरक्षक बनेंगे।

छत्तीसगढ़ रायपुर