Surya Grahan 2021: इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण दिसंबर के पहले शनिवार के दिन पड़ने जा रहा है। इसी के साथ ही इस तिथि को शनि अमावस्या का विशेष संयोग बन रहा है। सभी 12 अमावस्या में शनि अमावस्या सबसे विशेष मानी जाती है। साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर यानी शनिवार को लगने जा रहा है। भारत में यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा, जिससे इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जो उस स्थिति में घटित होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आकर सूर्य की रोशनी को पूरी तरह से अपने पीछे ढक लेता है।
आपको बता दें कि ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसरा वलयाकार सूर्य ग्रहण है। इस दौरान राहु-केतु का नकारत्मक प्रभाव रहता है। अतः इस समय में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान, शुभ काम नहीं किए जाते हैं। यह सूर्य ग्रहण आंशिक होगा। इस अद्भुत खगोलीय घटना को देखने हेतु विश्वभर के लोग इंतजार कर रहे हैं।
इस ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है। साथ ही इस ग्रहण में चन्द्रमा और बुध का योग भी होगा। यह सूर्य ग्रहण बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि इसी दिन शनि अमावस्या भी है।
ग्रहण का समय
इस सूर्य ग्रहण की शुरुआत 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 49 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर होगी। इस तरह सूर्य ग्रहण की अवधि 4 घंटे 8 मिनट है।
4 दिसंबर को पड़ने वाला सूर्य ग्रहण अन्टार्कटिका और दक्षिण महासागर, अफ्रीका महादेश के कई देश नामिबिया, दक्षिण अफ्रीका समेत दक्षिण अमेरिका और ऑस्ट्रेलियाई में भी दिखाई देगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। भारत समेत एशिया महादेश में सूर्य ग्रहण का प्रभाव दिखाई नहीं देगा।
सूतक काल
चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण के पूर्व के काल को सूतक कहा जाता है। सूर्य ग्रहण का सूतक समय अधिक और चंद्र ग्रहण का सूतक समय कम होता है। चंद्र ग्रहण के दिन सूतक तीन प्रहर पहले शुरू होकर ग्रहण की समाप्ति तक रहता है। जबकि सूर्य ग्रहण के दिन सूतक चार प्रहर पहले शुरू होकर ग्रहण की समाप्ति तक रहता है।
कैसे लगता है सूर्य को ग्रहण ?
जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है और पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण या आंशिक रूप से ढक जाता है, तब सूर्यग्रहण लगता है। भौतिक विज्ञान की दृष्टि से जब सूर्य व पृथ्वी के बीच में चन्द्रमा आ जाता है तो चन्द्रमा के पीछे सूर्य का बिम्ब कुछ समय के लिए ढक जाता है, इसी घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।