Space Research: हमारा सौरमंडल अनसुलझे रहस्य से गिरा है। इन रहस्य को सुलझाने के लिए मानवीय समुदाय हमेशा से ही उत्सुक रहा है। अंतरिक्ष अभियानों के जरिए हम लगातार दूसरे ग्रहों में जीवन की संभावनाओं की तलाश में जुटे हुए हैं। इसी तरह के एक अभियान में जुटे नासा ने जूनो मिशन जब बृहस्पति के चंद्रमा गैनीमेड (Ganymede) के नजदीक से गुजर रहा था उसी दौरान उसे एक रहस्यमई ध्वनि सुनाई दी। ऐसा लगा जैसे किसी ने अंतरिक्ष में जोर से सीटी मारी हो। यह ठीक ऐसा ही था जैसे ट्रेन के स्टेशन से गुजरते हैं वक्त स्टेशन में मौजूद गार्ड सिटी मारता है।

तो फिर जूनो को आखिर किसने सिटी मारी थी। अंतरिक्ष में रिकॉर्ड की गई इस ध्वनि को नासा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी जारी किया। अब इस ध्वनि के अब इस ध्वनि के कारणों पर शोध हो रहा है। वैज्ञानिक इस बात का पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर अंतरिक्ष में यह ध्वनि कहां से आई।
जूनो ने सौर मंडल के सबसे बड़े चंद्रमा पर अपने फ्लाईबाई से डेटा वापस भेजा। नासा ने 50 सेकंड का एक ऑडियो ट्रैक जारी किया, जिसे जूनो के वेव इंस्ट्रूमेंट द्वारा कैप्चर किया गया था। ऑडियो ट्रैक बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने कैप्चर की गई फ्रीक्वेंसी को ऑडियो रेंज में स्थानांतरित किया। निकटतम दृष्टिकोण के दौरान, जूनो गैनीमेड की सतह के 1,038 किलोमीटर के भीतर था। इसने 67,000 किलोमीटर प्रति घंटे के सापेक्ष वेग से यात्रा की।

गेनीमेड (Ganymede) के बारे में
गेनीमेड बृहस्पति का उपग्रह (चंद्रमा) है। यह सबसे बड़ा और सबसे विशाल चंद्रमा होने के साथ-साथ सौर मंडल का नौवां सबसे बड़ा पिंड है। गैनीमेड बिना पर्याप्त वातावरण वाला सबसे बड़ा चंद्रमा है। इसका व्यास 5,268 किमी है और इस प्रकार मात्रा के हिसाब से बुध ग्रह की तुलना में 26% बड़ा है। यह एकमात्र चंद्रमा है, जिसमें चुंबकीय क्षेत्र है। गेनीमेड लगभग सात दिनों में बृहस्पति की परिक्रमा करता है।
क्या है NASA का जूनो मिशन (Juno Mission)
जूनो एक नासा अंतरिक्ष प्रोब है, जो बृहस्पति ग्रह को कवर करती है। इसे लॉकहीड मार्टिन ने बनाया था। यह अंतरिक्ष यान नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी द्वारा संचालित है। इसे अगस्त 2011 में केप कैनावेरल वायु सेना स्टेशन से न्यू फ्रंटियर्स कार्यक्रम के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था। बृहस्पति की वैज्ञानिक जांच शुरू करने के लिए अंतरिक्ष यान ने जुलाई 2016 में बृहस्पति की ध्रुवीय कक्षा में प्रवेश किया था। जूनो बृहस्पति की परिक्रमा करने वाला दूसरा अंतरिक्ष यान है। पहला अंतरिक्ष यान परमाणु संचालित गैलीलियो ऑर्बिटर था, जिसने 1995 से 2003 तक कार्य किया।
