Raipur: मंदिर पंचायत ट्रस्ट द्वारा मनाया जा रहा पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व

Raipur: मंदिर पंचायत ट्रस्ट द्वारा मनाया जा रहा पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व

रायपुर। Chhattisgarh Raipur: श्री पर्वाधिराज दसलक्षण महापर्व की आराधना में 10 धर्म , उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव ,उत्तम आर्जव, उत्तम सत्य , उत्तम शौच ,उत्तम संयम, उत्तम तप ,उत्तम त्याग , उत्तम आकिंचन एवं उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूजा आराधना की जाती है, इस क्रम में आज सातवें दिन तप धर्म की आराधना की गयी तप धर्म दशलक्षण धर्म के सप्तम धर्म के रूप में आता है। तप की महिमा का बखान शाब्दिक रूप में कर पाना बहुत ही कठिन कार्य है। तप स्वयं में कितना कठिन है,यह तो तप करने वाला साधक ही जानता है,तप से प्राप्त विशुध्दी से आचरण और व्यक्तित्व जो में निखार आता है, वह सोलह श्रृंगारों से भी प्राप्त नहीं सकता। जैसे स्वर्ण धातु तपकर अपनी अशुद्धि का त्याग कर शुद्ध और चमकदार स्वरूप को प्राप्त करती है।

उसी तरह तप साधना से व्यक्ति परिपक्वता को प्राप्त करता है, और निज के विलक्षण स्वरूप में दृष्टिगत होता है। अंतरंग और बहिरंग स्वरुप में निखार का अति उत्तम साधन तप साधना है संत भी तप को कुछ इसी तरह परिभाषित करते हैंआज के धार्मिक कार्यक्रम मे जिसमें सुबह प्रथम अभिषेक श्री दिलीप निकुंज जैन, श्री प्रणीत कुमार पवन कुमार ,राकेश राजेश केयुर जैन एवं विवेक कुमार को प्राप्त हुआ श्री जी शांतिधारा करने का सौभाग्य श्री आशीष कुमार सपना जैन चिरमिरी ,रायपुर वालों को प्राप्त हुआ , आज तप धर्म की पूजा श्री श्रेयश जैन ,सुरेश मोदी एवं सुजीत जैन द्वारा एवं जाप आराधना जैन रुचि जैन द्वारा कराई गई तत्वार्थ सूत्र का वाचन श्री राजेश रज्जन जी द्वारा किया गया आज पूजन विधान करते हुए सभी सा धर्मी बंधुओं ने उत्तम तप धर्म का संकल्प लिया, लगभग 30-35 लोग व्रत कर रहे हैं, उपरोक्त जानकारी देते हुए अध्यक्ष श्री संजय नायक एवं सचिव श्री राजेश रज्जन जैन प्रचार प्रसार प्रमुख प्रणीत जैन ने कहा कि आगामी शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी के दिन श्री जी की विमान यात्रा निकाली जाएगी।

सूचनादाताप्रणीत जैन(कार्यकारणी सदस्य)प्रचार प्रसार प्रमुख मो.7000528297

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