रायपुर। Raipur : रायपुर पुलिस ने एक ऐसे शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है जो दुकानों से महंगी साड़ियों के बंडल चुराता था और फिर उन्हें खपाने के लिए खुद दुकान खोल कर बैठा था। वह लगातार शहर के अलग-अलग इलाकों में नकाब पहनकर देर रात चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था, और दिन में व्यवसाई बनकर कारोबार करता था।
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि प्रार्थी राजेश संगतानी ने थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह टाटीबंध कालोनी में रहता है तथा भारत माता स्कूल के बाजू में प्रार्थी की स्वयं की एस.एस. किड्स कलेक्शन नामक रेडिमेट कपडों की दुकान है। 30 की रात 10ः00 बजे दुकान बंद कर शटर में ताला लगाकर घर चले गये थे। दूसरे दिन सुबह 9ः45 बजे प्रार्थी दुकान आकर देखा तो दुकान में लगे शटर के एक तरफ का ताला खुला था शटर उठाकर दुकान अंदर जाकर देखा तो दुकान का सामान बिखरा था तथा दुकान में रखे नए रेडिमेड कपड़े व गल्ले में रखा नगदी रकम नहीं था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना आमानाका में अपराध क्रमांक 02/21 धारा 457, 380 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
दूसरी घटना में प्रार्थी पुनीत राम साहू ने थाना गुढ़ियारी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी के स्वयं का छोटा अशोक नगर गुढ़ियारी में ममता गारमेंट के नाम से कपडे़ की दुकान है। प्रार्थी 23 जनवरी को रात्रि दुकान बंद कर शटर में ताला लगाकर घर चला गया था, दूसरे दिन प्रातः 09ः30 बजे अपने दुकान में जाकर देखा तो शटर में लगा ताला नहीं था। प्रार्थी दुकान के अंदर जाकर देखा तो दुकान में कुछ कपड़े अस्त व्यस्त पडे़ थे और दुकान में रखे नए रेडिमेड कपड़े व गल्ले में रखा नगदी रकम नहीं था। कोई अज्ञात चोर दुकान के शटर का ताला तोडकर अंदर प्रवेश कर दुकान में रखे रेडिमेड कपड़े व नगदी रकम को चोरी कर ले गया था।
इसी तरह प्रार्थी हरीश मेथानी ने थाना सरस्वती नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि प्रार्थी का जगन्नाथ चौक कोटा के पास नेहा साड़ी दुकान है।
प्रार्थी 9 मार्च की रात 9ः00 बजे दुकान का शटर बंद कर शटर में ताला लगाकर अपने घर चला गया। 10 मार्च की सुबह 11.00 बजे वापस आया तो देखा दुकान के शटर मे जो ताला लगाया था वह नहीं था। जिस पर प्रार्थी दुकान का शटर खोलकर अंदर जा कर देखा तो जिस तरफ दुकान में महंगी साड़ियों का रेक था उधर का रेक खाली था कोई अज्ञात चोर दुकान के शटर का ताला तोडकर विभिन्न ब्रांड की साड़ीयां व पेटीकोट को चोरी कर ले गया। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना सरस्वती नगर में अपराध क्रमांक 53/21 धारा 457, 380 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
नकबजनी की उक्त घटनाओं को पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, प्रभारी सायबर सेल रमाकांत साहू व संबंधित थानों के थाना प्रभारियों को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल की टीम द्वारा चोरी के तीनों घटना स्थलों का बारिकी से निरीक्षण किया जाकर घटना के संबंध में प्रार्थियों से विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों सहित आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। टीम द्वारा घटना स्थलों व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही हाल ही में जेल से रिहा हुए नकबजनी/ चोरी के आरोपियों के संबंध में भी तस्दीक कर उनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखीं जा रही थी। चूंकि तीनों चोरियां कपड़ों की दुकान में हुई थी जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा था कि चोरी की सभी घटनाओं को अंजाम देने वाला आरोपी एक ही, हो सकता है तथा चोरी की सभी घटनाओं को आरोपी द्वारा एक ही प्रकार के तरीका वारदात के आधार पर घटित किया गया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी की जा रहीं थी।
4 मई की दरम्यानी रात्रि सायबर सेल की टीम द्वारा थाना आमानाका क्षेत्र में गश्त के दौरान एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में एक कपड़ा दुकान के बाहर देखा गया, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा व्यक्ति से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम रिंकु मौर्या निवासी बीरगांव उरला का होना बताया तथा वह अपने पास एक लोहे का राॅड रखा था जिससे किसी भी ताला को तोड़ा व दुकान के शटर को उठाया जा सकता था। टीम के सदस्यों को रिंकु मौर्या पर संदेह होने पर उसे पकड़कर थाना आमानाका लाकर चोरी की घटनाओं के संबंध में पूछताछ किया गया परंतु रिंकु मौर्या द्वारा स्वयं को किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार गुमराह करने के साथ ही वह प्रत्येक बार विरोधाभास बयान देता था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर रिंकु मौर्या ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः तीनों कपड़ा दुकान में नकबजनी की घटनाओं को कारित करना स्वीकार किया। पूछताछ में आरोपी रिंकु मौर्या ने बताया गया कि वह चोरी की पहली घटना कारित करने के बाद अपना स्वयं का बीरगांव उरला में नवीन गारमेंट्स के नाम से कपड़ा दुकान खोल लिया तथा चोरी के कपड़ों को वह अपने दुकान में रखकर बिक्री करता था। इसके बाद वह लगातार कपड़ा दुकानों को टाॅरगेट कर दुकानों से रेडिमेड कपड़े वह साड़ियों की चोरी करता था तथा चोरी के सभी कपड़ों को अपने दुकान में रखकर ग्राहकों को बिक्री करता था।
आरोपी रिंकु मौर्या पूर्व में भी थाना कबीर नगर से मोबाईल चोरी व सूने मकान में प्रवेश कर चोरी करने के प्रकरण में जेल निरूद्ध रह चुका है। आरोपी की निशानदेही पर उसके दुकान से चोरी की रेडिमेड़ कपड़े एवं नगदी रकम जुमला कीमती लगभग 3,51,000/- रूपये व घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर आरोपी के विरूद्ध थाना आमानाका सहित संबंधित थानों में अग्रिम कार्यवाही किया गया।
आरोपी को गिरफ्तार करने व मशरूका बरामद करने में सउनि. शंकर लाल ध्रुव, प्र.आर. मार्तण्ड सिंह, आर. नोहर देशमुख, विजय पटेल, जसवंत सोनी एवं धनंजय गोस्वामी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।