Queen of Asia: क्या श्रीलंका की डूबती आर्थिक नैया को पार लगाने में मददगार बनेगा 310 किलो का यह बेशकीमती रत्न

Queen of Asia: क्या श्रीलंका की डूबती आर्थिक नैया को पार लगाने में मददगार बनेगा 310 किलो का यह बेशकीमती रत्न

कोलंबो। Queen of Asia: पड़ोसी देश श्रीलंका की आर्थिक हालत बेहद खराब है। श्रीलंका पर करीब 6.30 लाख करोड़ रुपए का विदेशी कर्ज है और उसका विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खत्म होने की कगार पर है। ऐसे में उस बेशकीमती रत्न के बारे में चर्चा छिड़ी है जिसे क्वीन ऑफ एशिया का नाम दिया गया है। तकरीबन 4 महीने पहले यह बेशकीमती रत्न श्रीलंका के रत्नापुरा के राकवाना में एक रत्न खदान में पाया गया था। इसके पूरे क्लस्टर का वजन करीब 310 किलोग्राम है।

एक रत्न व्यापारी की निजी खदान में खुदाई के दौरान यह बेशकीमती नीलम मिला था। समाचार एजेंसी खदान के मालिक अर्ल गुनासेकरा ने इसे राष्ट्रीय रत्न और आभूषण प्राधिकरण को सौंप दिया गया है। इस रत्न की कीमत लगभग 50 मिलियन डॉलर है, मालिक ने कहा कि इसका मूल्यांकन किया गया था।

नेशनल जेम एंड ज्वैलरी अथॉरिटी ने गुणशेखर को सूचित किया है कि नीलम को काटने के बाद 3,000 कैरेट प्राप्त किया जा सकता है। जब की खुदाई में पाए गए पूरे क्लस्टर का मूल्य लगभग 100 मिलियन यूएस डॉलर से अधिक था। अधिकारियों ने कहा कि मालिक द्वारा कड़ी सुरक्षा में रखे जा रहे इस क्लस्टर के नवंबर में चीन में होने वाली अंतरराष्ट्रीय नीलामी में भी बिकने की उम्मीद है।

रत्न विशेषज्ञ चमिला सुरंगा ने इसकी विशेषता बताई। उन्होंने कहा कि रत्न में एल्युमिनियम ऑक्साइड, टाइटेनियम, आयरन और निकल होता है। सुरंगा ने बताया कि देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए रत्न को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने की योजना बनाई जास्थानीय न्यूज फर्स्ट के हवाले से कहा कि रत्न को चीन में नीलामी के लिए रखा जाएगा।  अगर श्रीलंका अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस बेशकीमती रत्न को बेचता है तो का। कुछ हद तक। उसे आर्थिक संकट से उबरने में मदद मिलेगी। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी वास्तविक कीमत का आंकलन किया जाना बाकी है।

अंतरराष्ट्रीय