नई दिल्ली। startup: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ने महामारी के बीच दक्षता के साथ साथ सुधारों को भी अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में देश में खनन, अंतरिक्ष, बैंकिंग, परमाणु ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में बड़े सुधार लागू किए गए हैं।
यूरोप के सबसे बडे नवाचारी और स्टार्टअप आयोजन वीवाटेक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में वह सब कुछ है जिसकी नवाचारी उद्यमों और निवेशकों को आवश्यकता है। दुनियाभर से निवेशकों को आमंत्रित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में प्रतिभा, बाजार, पूंजी, पारिस्थितिकी और खुली संस्कृति है। श्री मोदी ने कहा कि भारत विश्व के सबसे बड़े स्टार्टअप क्षेत्र के रूप में उभरा है।
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जहां परम्परायें विफल हो जाती हैं, वहां नवाचार से सहायता मिलती है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने अनेक विधियों को परखने का अवसर दिया और नवाचार ने ही ऐसी स्थिति से बाहर निकाला है। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया से लोगों को संकट से निपटने, संपर्क बनाए रखने और छोटी जगह से भी काम करने में मदद मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में कोरोना रोधी दो वैक्सीन बनाई जा रही है और कई अन्य विकास या परीक्षण के चरण में हैं।
श्री मोदी ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक के कारण कोविड महामारी से निपटने में मदद मिली है। आरोग्य सेतु ऐप संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का प्रभावी ढ़ग से पता लगाने में सफल रहा और कोविन प्लेटफॉर्म से लाखों लोगों को कोविड वैक्सीन देने में मदद मिली।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आधार के कारण महामारी के दौरान समय पर मदद उपलब्ध कराने, नि:शुल्क राशन और खाद्य तथा रसोई ईंधन वितरित करने में भी सहायता मिली।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष कई रूकावटें आईं लेकिन इन के बावजूद हताशा पैदा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हमें सुधार और तैयार के सिद्धांतों पर ध्यान देना चाहिये।