रोपड़। पंजाब में रोपड़ के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान- IIT ने जीवन वायु नामक उपकरण विकसित किया है, जो श्वास लेने में मदद करने वाले उपकरण CPAP का विकल्प हो सकती है।
इस मशीन के माध्यम से हल्के प्रेशर से ही व्यक्ति आसानी से सांस ले सकता है। देश का यह पहला ऐसा उपकरण है जो बिना बिजली के भी काम करता है और अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन पाइपलाइन जैसी दोनों प्रकार की ऑक्सीजन उत्पादन इकाइयों के लिए अनुकूलित है।
ये प्रावधान अन्यथा मौजूदा सीपीएपी मशीनों में उपलब्ध नहीं हैं। सहायक प्रोफेसर, मेटलर्जिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग, डॉ खुशबू राखा ने आईआईटी के एडवांस्ड मैटेरियल्स एंड डिज़ाइन लैब में यह उपकरण विकसित किया है। उन्होंने कहा कि इस उपकरण का उपयोग उन शिशुओं के इलाज के लिए भी किया जाता है जिनके फेफड़े पूरी तरह से विकसित नहीं हुए हैं।
डॉ. राखा और उनकी टीम ने डिवाइस की 3डी प्रिंटिंग के लिए पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ में सीमेंस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रैपिड प्रोटोटाइप लैब के फैकल्टी इंचार्ज सुरेश चंद के साथ सहयोग किया है। उपकरण चिकित्सा परीक्षण और बड़े पैमाने पर निर्माण के लिए तैयार है।