2500 Years Old Terracotta Ringwell in Chhattisgarh: रायपुर के नजदीक पुरातात्विक खुदाई में मिला टेराकोटा रिंग से बना 2500 साल पुराना कुआं

2500 Years Old Terracotta Ringwell in Chhattisgarh: रायपुर के नजदीक पुरातात्विक खुदाई में मिला टेराकोटा रिंग से बना 2500 साल पुराना कुआं

रायपुर। 2500 Years Old Terracotta Ringwell in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में मानव सभ्यता का इतिहास बहुत ही पुराना और संपन्न रहा है। रायपुर शहर और उसके आसपास के जिलों में कई ऐसी प्राचीन संरचनाओं का पता चला है, जिनसे हमारा अतीत जुड़ा हुआ है।

सिरपुर के भव्य सुरंग टीला मंदिर और वहां के अन्य प्राचीन भग्नावशेषों के साथ-साथ महानदी की घाटी में जगह-जगह पुरातात्विक अवशेष जमीन के अंदर दबे हुए हैं।

पुरातत्व संरक्षण विभाग लगातार इन ऐतिहासिक स्मृतियों का पता लगाकर उन्हें चिन्हांकित कर रहा है और फिर उन स्थलों की खुदाई में ऐसी नायाब चीजें बाहर निकल कर सामने आ रही हैं जो हमें हमारे संपन्न गौरवशाली अतीत से परिचित कराती हैं। ऐतिहासिक खोज की तस्वीरें छत्तीसगढ़ के आईपीएस अफसर दीपांशु काबरा ने ट्विटर पर पोस्ट की हैं।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नजदीक रीवा गांव में खुदाई के दौरान टेराकोटा (भट्टी में पकड़ी गई मिट्टी) के रिंग से बना 2500 साल पुराना कुआं सामने आया है। आज के समय में जैसे सीमेंट रिंग से बांधकर कुंए तैयार किए जाते हैं, यह कुआं कुछ उसी तरह का है, लेकिन तकनीकी रूप से आज के कुओं से कहीं ज्यादा बेहतर है। पुरातत्व विशेषज्ञों के मुताबिक इस हुए की सबसे खास बात यह है कि इससे उस समय जल संरक्षण के एक संयंत्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इसकी संरचना बेहद अनूठी है और टेराकोटा के अलग-अलग रिंग को एक दूसरे के ऊपर व्यवस्थित रखने के लिए इन्हें सही पैरामीटर्स के साथ तैयार किया गया है।

पुरातत्वविद इस खोज को एक बड़ी खोज मान रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरह की संरचना उस युग के इतिहास को समझने के लिए एक नया अध्याय खोलती है। हमें उम्मीद है कि खुदाई स्थल पर इस संरचना के आसपास और भी ऐसी कई चीजें मौजूद हैं, जो बिल्कुल अनदेखी हैं। इनके विस्तृत अध्ययन से हमें छत्तीसगढ़ में ढाई हजार साल पहले यानी ईसा मसीह के जन्म के भी 500 साल पहले के इतिहास को जानने समझने में मदद मिलेगी।

कला- संस्कृति छत्तीसगढ़ रायपुर शोध अनुसंधान