Happy Holi 2022: हर्बल गुलाल की खुशबू के साथ इस बार मनाए रंग बिरंगी होली

Happy Holi 2022: हर्बल गुलाल की खुशबू के साथ इस बार मनाए रंग बिरंगी होली

सुकमा। Happy Holi 2022: सुकमा जिले के ग्राम नागारास के कोट्टीगुड़ा के मुस्कान स्व-सहायता समूह की दीदीयां कैमिकल मुक्त हर्बल गुलाल तैयार कर रही है। जो अब आमजनों के लिए स्थानीय बाजार में उपलब्ध हो चुकी है। इस वर्ष की होली में सुकमावासी समूह की दीदीयों की कड़ी मेहनत और लग्न से तैयार हर्बल गुलाल के रंगों से रंग कर खुशियां मनायेंगे। मुस्कान समूह जिलेवासियों को हर्बल, रसायल रहित रंग उपलब्ध करा रही है। हस्त निर्मित हर्बल गुलाल आम लोगों की खरीदारी के लिए नगर पालिका परिषद के सामने स्टॉल लगाई है। इस स्टॉल का शुभारम्भ नगर पालिका अध्यक्ष श्री जगन्नाथ साहू एवं सहकारी समिति गादीरास के अध्यक्ष श्री कवासी बोंके, योग आयोग के सदस्य श्री राजेश नारा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा किया गया।


गौरतलब है कि रंगों के पर्व होली में खुशियां बिखरने में रंग और गुलाल का विशेष महत्व है। बाजार में भिन्न प्रकार के गुलाल उपलब्ध होते हैं, जिनमें रसायनों की मिलावट के कारण त्वचा पर दुष्प्रभाव होता है। इस वर्ष सुकमा जिले मेें होली के पर्व को सुरक्षित और सेहतमंद बनाने के उद्देश्य से एक अभिनव पहल करते हुए मुस्कान समूह की पांच दीदियों को हर्बल गुलाल बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। जिसे सुकमावासी मात्र 30 रुपए में खरीद सकते हैं।

दंतेवाड़ा। जिला प्रशासन की प्रयास से बिहान से जुड़ कर महिलाओं को रोजगार का अवसर दिया गया है। ऐसे ही चितालंका के सीता स्व सहायता समूह की महिलाएं पार्वती महिला ग्राम संगठन हर्बल गुलाल उत्पादन का उत्पादन कर रही हैं यह गुलाल पूर्ण रूप से प्राकृतिक चीजों जैसे फूलों, पत्तियों से बनाया गया है। जिसमे हरे रंग के लिए पालक, धनिया पाउडर, मेहंदी, गुलाबी रंग के लिए चुकंदर, गुलाब की पंखुड़ी, लाल रंग के लिए अनार का छिलका, गाजर, टमाटर, पीले रंग के लिए हल्दी, बेसन, नारंगी रंग के लिए पलाश के फूल, बैंगनी रंग के लिए जामुन व चुकंदर आदि के साथ चावल आटे व अरारोट आटे का उपयोग कर उत्पाद निर्मित किया गया है।

यह हर्बल गुलाल त्वचा के लिए इको फ्रेंडली होता है इन प्राकृतिक रंगों के उपयोग से हम इंफेक्शन जैसे रोगों से बच सकते हैं। रंग आसानी से निकल जाता है। पर्यावरण के अनुकूल है। स्व सहायता समूह की महिलाओं ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान ) से जुड़ कर लोगों की सेहत को ध्यान रखते हुए हर्बल गुलाल का निर्माण किया है आगामी होली पर ग्रामीण महिलाएं इन्हीं  हर्बल रंग से होली खेलने के लिए सभी को जागरूक कर रही है।

छत्तीसगढ़ दंतेवाड़ा सुकमा