Happy Holi 2022: इस बार और भी खास होगी होली, चेहरे पर खिल उठेंगे खुशियों के रंग

Happy Holi 2022: इस बार और भी खास होगी होली, चेहरे पर खिल उठेंगे खुशियों के रंग

हिमांशु शर्मा। Happy Holi 2022: भारत की संस्कृति त्यौहारों और पर्वों की संस्कृति है। यहां हम जीवन को एक अलग अंदाज में जीने की मिसाल कायम करते हैं। कभी रंग, कभी रोशनी, कभी खुशबू, कभी संगीत, यह सब भारतीय त्योहारों में होता है।

जब जब उत्साह और उमंग थोड़ा फीका पड़ने लगता है तो जीवन में नए रंग घोलने के लिए एक नया त्योहार आ जाता है। तभी तो दुनिया हम भारतीयों की जिंदादिली को सलाम करती है। हमारे जीवन दर्शन को दुनिया में अनूठा माना जाता है, इसलिए भारतीयों की एक अलग खास पहचान है।

यूं तो होली का त्योहार हमेशा से ही खास रहा है और लोगों का फेवरेट फेस्टिवल भी है, लेकिन इस साल होली के रंग और भी खास, और भी पक्के, और भी खूबसूरत दिख रहे हैं। हमारी समृद्धि और खुशहाली इन रंगों को खास चमक दे रही है। पिछले दो-तीन वर्षों में दुनिया ने खतरनाक महामारी का दौर देखा। इस दौर में होली का त्यौहार तो जैसे कब आया कब चला गया, किसी को पता ही नहीं चला? लेकिन इस बार संक्रमण की वैसी स्थिति नहीं है जैसे पिछले वर्षों में रही है। इस बार लोगों को दिल खोलकर होली मनाने का अवसर  मिलेगा। दिल से दिल मिलेंगे और यार एक- दूसरे को गले लगाएंगे।

इस बार होली पर और भी ज्यादा खुशियां मनाने की कई वजह है। इनमें से एक बड़ी वजह है आर्थिक समृद्धि और खुशहाली। पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष लोगों की आर्थिक खुशहाली का स्तर काफी बेहतर है। 2 साल की मंदी के बाद अब इस साल बाजार। काफी राहत महसूस कर रहा है। भरपूर रौनक बाजारों में नजर आ रही है। सरकार ने भी पिछले दिनों कुछ ऐसी महत्वपूर्ण घोषणाएं की जिससे। राज्य में अलग-अलग वर्गों के मध्यमवर्गीय परिवारों को कई तरह से राहतें मिली हैं। एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राज्य सरकार ने शासकीय कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना को दोबारा लागू कर दिया है। जॉब की भी भरमार है। किसानों के लिए सरकार ने ऐसी नीतियां तैयार की है, जिससे वे अब पूरी रफ्तार के साथ खेती के काम में आगे बढ़ रहे हैं।

होली से जुड़ी ऐतिहासिक कहानियों पर अगर गौर करें तो होली शब्द की उत्पत्ति होला से मानी जाती है। होला का मतलब होता है नया अनाज। इस समय गेहूं की फसल तैयार है और इस साल इसकी काफी अच्छी पैदावार हुई है। हमारी संस्कृति में अनाज खुशहाली का प्रतीक होता है और  किसकी भरपूर पैदावार की खुशी मनाने के लिए ही किसान खासतौर पर होली का त्यौहार मनाते हैं। यह तो सिर्फ कुछ ही वजह हैं जिनसे इस साल होली खास होने वाली है। अगर हम अपने अंदर और कई वजहों को तलाश करें तो पता चलेगा कि इन खास वजहों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। यानी बहुत सी वजह हैं इस बार होली खास होने की।

दोस्तों होली के मौके पर शराब पीने की एक परंपरा सी बन गई है। जो लोग आमतौर पर शराब नहीं पीते वह भी अक्सर होली के दिन जाम छलका लेते हैं। रंगों से सराबोर होली के उन्माद और शराब- भांग के नशे में अक्सर लोग होली के दिन त्यौहार को एक दर्दनाक दिन बना बैठते हैं। यानी रंग में भंग पड़ना। यह कहावत यही सिखाती है कि अगर नशा सर पर चढ़ जाए तो त्योहारी खुशियां कुछ ही पलों में गायब हो सकती हैं और फिर तगड़ा दर्द भी झेलना पड़ सकता है। दोस्तों, यकीन मानिए यदि बिना शराब के होली मनाई जाए तो इसके रंग और भी प्यारे लगेंगे। पूरे होशो हवास में होली खेलने का मजा ही कुछ और है। तो इस बार मेरी बात मानिए, शराब से दूर रहकर होली मना कर देखिए। यकीन मानिए इस बार की होली आपको बेहद खास लगेगी। ऐसी होली आपने पहले कभी नहीं मनाई होगी। तो दिल खोल कर इस बार होली का त्यौहार मनाइए। टूटे दिलों को जोड़िए, नए रिश्ते बनाइए। दिल खोलकर हंसिए और हंसाईए। जीवन में खुशियां लाइए, लेकिन ना किसी से लड़िए और ना किसी को लड़ाईए।

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