छत्तीसगढ़ में तृतीय लिंग समुदाय को मिला बराबरी का दर्जा,  सरकार के इन प्रयासों से जीवन में आया  बदलाव

छत्तीसगढ़ में तृतीय लिंग समुदाय को मिला बराबरी का दर्जा, सरकार के इन प्रयासों से जीवन में आया बदलाव

रायपुर। Chhattisgarh : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर जिले के लोकार्पण और भूमिपूजन के वर्चुअल कार्यक्रम में किन्नर समुदाय के लाभार्थियों से भी चर्चा की। तृतीय लिंग समुदाय की विद्या राजपूत ने समुदाय के लोगों को आवास और सामुदायिक भवन की सुविधा, शासकीय नौकरियों में आरक्षण देने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ पूरे विश्व में तृतीय लिंग समुदाय को समाज को सम्मानजनक स्थान दिलाने और जेंडर इक्वेलिटी के लिए जाना जा रहा है।
    

विद्या राजपूत ने मुख्यमंत्री को बताया कि समुदाय के लोगों को शहरी क्षेत्रों में विभिन्न आयोजनों के लिए अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। राजधानी रायपुर में समुदाय के लिए शहर के जोन क्रमांक 8 में सामुदायिक भवन तैयार किया गया है जिसका आज लोकार्पण हुआ, इससे काफी सहुलियत मिलेगी।

उन्होंने बताया कि तृतीय लिंग समुदाय को आवास के लिए अनेक प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। शहर में किन्नर समुदाय के लोगों को 160 नए आवास दिए गए हैं, इससे समुदाय के लोग बहुत प्रसन्न हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। चर्चा के दौरान समुदाय की तनुश्री साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका चयन पुलिस आरक्षक के पद के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि समुदाय को शासकीय नौकरी में आरक्षण दिए जाने से देश दुनिया में छत्तीसगढ़ सरकार का नाम रोशन हो रहा है।


उल्लेखनीय है कि रायपुर शहर में बीएसयूपी योजना के तहत समुदाय के लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए 160 आवास बनाए गए हैं। इसके अलावा रायपुर शहर के जोन क्रमांक 8 में नया सामुदायिक भवन बनाया गया है। शहर में बनाए गए सामुदायिक शौचालयों में अलग से टायलेट की सुविधा दी जा रही है।

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