नई दिल्ली। नीति आयोग के सदस्य, स्वास्थ्य डॉक्टर वी. के. पॉल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित कोविड वैक्सीन मॉडर्ना को सीमित उपयोग के लिए अनुमति दे दी गई है। पत्रकारों से बातचीत में डॉक्टर पॉल ने कहा कि मॉडर्ना की भारत में सहायक कम्पनी सिप्ला के माध्यम से प्राप्त आवेदन को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि इससे निकट भविष्य में भारत में टीके के आयात की संभावना बढेगी। उन्होंने कहा कि इससे देश में वैक्सीन की उपलब्धता और बढेगी। देश में तीन वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पूतनिक-वी उपलब्ध हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि देश में कोविड संक्रमण के दैनिक मामलों में लगातार कमी आ रही है और स्वस्थ होने की दर में निरंतर सुधार हो रहा है। मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सात मई को संक्रमण के अधिकतम चार लाख चौदह हजार के करीब मामले सामने आने के बाद से दैनिक मामलों में लगातार कमी आई है। उन्होंने कहा कि अब प्रतिदिन नए मरीजों की संख्या में लगभग 91 प्रतिशत की कमी दर्ज की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 37 हजार पांच सौ छयासठ मरीजों की पुष्टि हुई है।

डॉक्टर पॉल ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित अन्य टीकों विशेषकर फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन देश में उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं और इस संबंध में प्रक्रिया जारी है।