नई दिल्ली। COVID- 19 Vaccination Program: सरकार ने देश में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार करते हुए अब 15 से 18 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन दिए जाने का फैसला किया है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पंजीकरण और टीकाकरण अभियान पर दिशानिर्देशों जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, 3 जनवरी से शुरू होने वाले 15-18 साल के किशोरों को टीकाकरण के लिए 2007 या उससे पहले का जन्म लिया होना अनिवार्य है। नए दिशानिर्देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम एक टेलीविजन संबोधन में, टीकाकरण अभियान के विस्तार के लिए सरकार के कदम की घोषणा के दो दिन बाद आए हैं। कई राज्यों में कोविड-19 मामले बढ़ रहे हैं, इसके अलावा वायरस के अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वैरिएंट का तेजी से प्रसार हुआ है।

वैक्सीन लेने के लिए पात्र 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए, वैक्सीन का विकल्प ‘केवल कोवैक्सीन’ होगा क्योंकि यह भारत में स्वीकृत एकमात्र वैक्सीन है जिसकी 15-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए WHO की आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी है। ZyCoV-D नाम से एक दूसरा टीका भी राष्ट्रीय दवा नियामक द्वारा 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए अप्रूव है। इसे गुजरात स्थित Zydus Healthcare द्वारा बनाया गया है। ZyCoV-D को अभी तक टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है। Cowin प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ आर एस शर्मा ने कहा, ‘आधार और अन्य राष्ट्रीय पहचान पत्रों के अलावा बच्चे रजिस्ट्रेशन के लिए अपने 10वीं कक्षा के आईडी कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।’
कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में नई दिशा निर्देश
- 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण 3 जनवरी, 2022 से शुरू होगा। ऐसे लाभार्थियों के लिए, टीकाकरण का विकल्प केवल “कोवैक्सिन” होगा।
- उन स्वास्थ्य कर्मियों (HCWs) और फ्रंटलाइन वर्कर्स (FLWs) के लिए, जिन्हें दो खुराकें मिल चुकी हैं, तीसरी खुराक 10 जनवरी, 2022 से उपलब्ध होगी।
- 60 साल या इससे ऊपर के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को डॉक्टरों की सलाह के आधार पर दूसरे डोज के 9 महीने या 39 हफ्ते बाद ही तीसरा डोज या बूस्टर डोज लगेगा। 9 महीना या 39 हफ्ते टीके के दूसरी डोज लगने वाली तारीख से माना जाएगा।