नारायणपुर। Chhattisgarh : जिले के कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमंडलाधिकारी एन.आर.खुंटे और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने शनिवार को कुढ़ारगांव पहुंचकर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए किसानों से बातचीत की और 230 एकड़ में होने वाली सामूहिक खेती हेतु किसानों के भूमि की जुताई कार्य का शुभारंभ किया।
कलेक्टर साहू की विशेष पहल पर कुढ़ारगांव के 30 किसानों को जोड़कर नकदी एवं लघुधान्य फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया है। कलेक्टर ने किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि धान की अपेक्षा नकदी एवं लघुघान्य फसलों में अधिक लाभ है, इसमें मेहनत, समय और लागत कम आती है।
उन्होंने किसानों से कहा कि आप सभी शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ ले और आधुनिक तरीके से खेती कर अधिक आय प्राप्त करें। इस दौरान कलेक्टर साहू ने किसानों को बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आप सभी की भूमि जो कि लगभग 230 एकड़ है, उसे एकचक बनाकर आपको खेती-किसानी के लिए सौंपा जायेगा। जिला प्रशासन द्वारा सिंचाई हेतु पानी, फेसिंग, भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण सहित उन्नत किस्म के पौधे, खाद-बीज और दवाईयां उपलब्ध करायी जायेगी।
कलेक्टर ने किसानों से कहा कि जिला प्रशासन आप सभी को कृषि के जरिये अधिक लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन द्वारा आप सभी को केला, मुनगा, पपीता, गन्ना, अदरक, जिमीकंद, सहित लघुधान्य फसलें कोदो, कुटकी, रागी और अन्य नगदी फसल के पौधे उपलब्ध करायेगी, बस आप लोगों कों इसकी सुरक्षा और मेहनत करनी है। ग्रामीणों से चर्चा करते हुए कलेक्टर ने गांव में मनरेगा के तहत् चल रहे कार्यों, कोरोना के प्रकरणों तथा वैक्सीनेशन की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण कृषकों को कोरोना से बचाव हेतु मास्क का उपयोग, हाथों की सफाई, सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग आदि की जानकारी दी। वनमंडलाधिकारी खुंटे ने गांव के ग्रामीणों से चर्चा करते हुए बताया कि जिले में 5 मई से तेन्दू पत्ता की तोड़ाई शुरू हो गयाी है। शासन द्वारा इस बार प्रति मानक बोरा का समर्थन मूल्य 4 हजार रूपये निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने वनोपज संबंधी शासन की अन्य योजनाओं एवं निर्धारित दर की जानकारी किसानों को दी।