रायपुर। Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में करीब डेढ़ महीने की पाबंदी के बाद पिछले दिनों शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई। एक लंबे समय तक छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन की वजह से लोग शराब के लिए तरसते रहे। इस बीच जमकर शराब की कालाबाजारी भी हुई, फिर सरकार ने शराब की होम डिलीवरी की व्यवस्था की और अब वापिस शराब की व्यवस्था पटरी पर आ गई है। शराब की दुकानों को पूरे राज्य में खोले जाने की अनुमति दे दी गई हैं। जैसे ही शराब की दुकान खोली शराबियों के सब्र का बांध भी टूट पड़ा और उनके कदम शराब दुकानों की ओर बढ़ने लगे। शराब की दुकानों के आसपास दुपहिया और चार पहिया वाहनों की कतारें लग गई। लोगों की भीड़ का ऐसा मजमा शराब दुकानों के आगे यह नजर आ रहा था जो देखने लायक था। करीब एक किलोमीटर तक रैली की शक्ल में बाइक खड़ी दिखाई पड़ रही थीं इस तरह के कई वीडियो राज्य के अलग-अलग हिस्सों की शराब दुकानों से सोशल मीडिया पर वायरल हुए।

इनमें से एक वीडियो ट्विटर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन ने साझा किया है। इस वीडियो परिदृश्य को उन्होंने काँग्रेस सरकार की कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी बताकर चुटकी ली है। इसी के साथ एक शेर भी फरमाया है कि, “बेफिक्र होकर सोया हुआ है हाकिम, सड़कों पर मौत का बाजार खोलकर“।
बता दें कि राज्य में पिछले करीब डेढ़ महीने तक लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद रही है। इस दौरान शराब का शौक रखने वालों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान होम्योपैथिक की दवा को शराब की जगह पीने की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी। इसके अलावा भी सैनिटाइजर व अन्य एल्कोहलिक लिक्विड पीकर लोग गंभीर हालत में पहुंचे और कुछ की मौत भी हुई। शराब दुकानें बंद रहने के दौरान पूरे राज्य में जमकर शराब की कालाबाजारी भी हो रही थी।

उड़ीसा की देसी शराब सहित बाहरी राज्यों से आने वाली शराब को तस्कर यहां कब आ रहे थे और मजबूरी में लोगों को शराब की ऊंची कीमतें अदा करनी पड़ रही थीं। राज्य सरकार ने हालात को सामान्य करने के मकसद से प्रतिदिन करीब 12 घंटे की समय अवधि के लिए शराब दुकानें खोले जाने की अनुमति दे दी है, लेकिन शराब दुकानों के अंदर और उसके आसपास कोरोनावायरस प्रोडक्शन गाइडलाइन की धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं।