Chhattisgarh: स्वावलंबी गौठान बन रहे छत्तीसगढ़ की पहचान, मुख्यमंत्री बघेल की दूरदर्शी सोच से आ रहा बदलाव: राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास

Chhattisgarh: स्वावलंबी गौठान बन रहे छत्तीसगढ़ की पहचान, मुख्यमंत्री बघेल की दूरदर्शी सोच से आ रहा बदलाव: राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास

रायपुर। Chhattisgarh: ग्राम चिचोली का यह गौठान स्वावलंबी बन गया। यहां की महिला समूह की माताएं अब सरकार पर निर्भर नहीं है। ये अपने द्वारा अर्जीत किए गए आए से गोबर खरीदी करने लगी हैं सुनकर बहुत अच्छा लगा।

यह बातें छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने तिल्दा विकासखंड अंतर्गत स्थित ग्राम चिचोली, जिला रायपुर के गौठान के निरीक्षण के दौरान अभिव्यक्त की। प्राप्त जानकारी के अनुसार अध्यक्ष गौ सेवा आयोग गौठान निरीक्षण के सिलसिले में आए थे। ग्राम के सरपंच, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं विकासखंड के अधिकारियों ने गौठान पहुंचने पर राजेश्री महन्त जी महाराज का पुष्प गुच्छ एवं पुष्प माला से हार्दिक स्वागत किया। उन्होंने गौ माता की पूजा अर्चना की तत्पश्चात गौठान का अवलोकन किया। यहां बड़ी मात्रा में वृक्षारोपण किया गया है जो काफी हरे भरे तो हैं ही यह एक उद्यान का स्वरूप धारण कर रहा है।

महिला स्व सहायता समूह की माताओं ने बताया कि उन लोगों ने एक लाख रुपए की केंचुए का व्यापार किया है, यही नहीं उन्होंने एक लाख रूपये की साक- सब्जी, पचास हजार रुपए की मुर्गियां तथा साढ़े आठ लाख रूपये की जैविक उर्वरक बेंचकर और अन्य माध्यम से कुल ग्यारह लाख रुपए की आय अर्जित किया है। यह स्वावलंबी गौठान के रूप में शासन की ओर से चिन्हांकित किया गया है। राजेश्री महन्त जी महाराज ने अपना आशीर्वचन प्रस्तुत करते हुए कहा कि आने वाले समय में अन्य गौठान के लोग आप लोगों से प्रेरणा लेंगे। वे यहां आपके कार्यों के अवलोकन के लिए आएंगे, आप लोगों के कार्यों से बहुत कुछ सीख कर अपने उन्नति का मार्ग बनाएंगे। छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया श्री भूपेश बघेल जी ने अब गौमूत्र को भी खरीदने की घोषणा कर दी है, मुख्यमंत्री जी आम के आम गुठली के दाम वाली कहावत को चरितार्थ सिद्ध करते जा रहे हैं। अब आप गौपालन कीजिए और दूध, दही, घी,मठा बेंच कर अपनी आय को बढ़ाइए। गोबर और गौमूत्र से भी आपके आय के स्रोत वे निर्धारित करते जा रहे हैं। एक वह भी सरकार थी जिसने 15 वर्षों में गौ माताओं को दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर दिया था और एक यह भी सरकार है जो इनके संरक्षण और संवर्धन में निरंतर प्रयासरत है लेकिन इसके पश्चात भी आप सभी से आग्रह करना चाहूंगा कि इस क्षेत्र में अभी बहुत कार्य किया जाना बाकी है इसमें हम सभी की सहभागिता होना भी आवश्यक है तभी सरकार की यह योजनाएं पूर्णतः सफलता प्राप्त कर सकेगी, आप इस गौठान को अपना समझ कर इसके प्रति पूरी ईमानदारी एवं सच्ची लगन से काम करें तकि इसका अच्छे से अच्छा परिणाम हम सबके बीच में हो। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अधिकारी डॉ अमित जैन, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री टंडन जी, गांव के सरपंच साहू जी, सचिव, डॉ ललित साहू, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि अध्यक्ष गौ सेवा आयोग ने 1 दिन पूर्व ही गरियाबंद जिले के ग्राम भेण्ड्री (लोहार्सी) विकासखंड फिंगेश्वर का अवलोकन किया था।

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