Chhattisgarh: सिविल सोसाइटी की वार्षिक बैठक में बस्तर के विकास और महिला मानव अधिकारों पर चर्चा

Chhattisgarh: सिविल सोसाइटी की वार्षिक बैठक में बस्तर के विकास और महिला मानव अधिकारों पर चर्चा

रायपुर। Chhattisgarh: समाजसेवी संस्था SHIVI, सिविल डेवलपमेंट सोसाइटी और कारा के सहयोग से सिविल सोसाइटी की वार्षिक बैठक का आयोजन शनिवार को राजधानी रायपुर के होटल आदित्य में किया गया।

इस बैठक में बस्तर के विकास में सिविल सोसाइटी की भूमिका और महिला मानव अधिकारों के विषय में व्यापक चर्चा की गई।
इस चर्चा में सिविल सोसाइटी से जुड़े सदस्यों और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित विषय विशेषज्ञ उपस्थित थे, जिन्होंने अलग-अलग विषयों पर प्रकाश डाला।

इस बैठक में रायपुर के स्थानीय विधायक सत्यनारायण शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि अन्याय का प्रतिकार करने और लोगों को न्याय दिलाने में समाजसेवी संस्थाओं की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। SHIVI जैसी संस्थाएं इस दिशा में निरंतर सार्थक कार्य कर रही हैं। सरगुजा और बस्तर जैसे आदिवासी बाहुल्य इलाकों में लोगों को न्याय दिलाने में इस संस्था की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी और मजबूत होनी चाहिए, क्योंकि महिलाओं कि सबलता ही समाज की तरक्की का रास्ता खोल सकती है।

चर्चा के दौरान अतिथि के रूप में मौजूद रहे मानव अधिकार आयोग के न्यायाधीश श्याम साहू ने मानव अधिकार की संकल्पना को परिभाषित करते हुए बताया कि, मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए आयोग किस तरह से कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि किसी मामले में पुलिस द्वारा अपराध में हस्तक्षेप ना करने पर आयोग स्व संज्ञान लेकर मामले की जांच और निराकरण करता है। यहां कानूनी सहायता पूरी तरह निशुल्क होती है। आवेदन का पूर्णतः निराकरण किया जाता है। उन्होंने लोगों से कानूनी तौर पर जागरूक होने की भी अपील की ताकि त्वरित न्याय सुलभ हो सके। उन्होंने कुछ ताजा केस स्टडी के आधार पर यह बताया कि किस तरह से आयोग की मदद से लोगों को न्याय सुलभ हुआ है।

चर्चा के दौरान अधिक अतिथि के रूप में मौजूद रहे उप पुलिस अधीक्षक अविनाश मिश्रा ने बस्तर के विकास में सिविल सोसायटी और पुलिस की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बस्तर में अपनी पदस्थापना के दौरान मैंने यह महसूस किया कि वहां कई विचारधाराओं के लोग साथ रह रहे हैं और विचारधाराओं की लड़ाई वहां देखने को मिलती है। ऐसी स्थिति में विश्वास विकास और सुरक्षा का उद्देश्य लेकर पुलिस वहां काम कर रही है। बस्तर में पुलिस लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ विकास में भी अपनी बड़ी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी को विश्वास को मजबूत करते हुए काम करना होगा तभी राज्य के पिछड़े इलाकों में भी संतुलित विकास संभव हो सकेगा।

रायपुर सेंट्रल जेल में पदस्थ सहायक जेलर राजेश कुमार बिसेन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जेल में ओवर क्राउडिंग एक आम समस्या होती जा रही है। ऐसे में समाज को भी इस विषय में चिंतन करने की आवश्यकता है कि इस तरह से समाज में अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है। ऐसी स्थिति में सिविल सोसाइटी की भूमिका सामाजिक हित में बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। हालिया रिलीज राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म भूलन का उदाहरण देते हुए उन्होंने अपनी बात को बहुत ही अच्छे तरीके से समझाया।

कार्यक्रम को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया और अलग-अलग विषयों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। चर्चा के दौरान SHIVI के प्रमुख नंगे पांव सत्याग्रह से जुड़े समाजसेवी राजेश सिंह सिसोदिया, राजेश शर्मा, हनुमान सहाय शर्मा, सोनाली दुबे, मुन्ना लाल, फादर एलेक्स एक्का, दीपांकर बनर्जी, चंचल तिवारी सहित अन्य वक्ताओं के साथ-साथ प्रदेश भर से आए सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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