CBSE 12th exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड-सीबीएसई ने आज 12वीं कक्षा के छात्रों के मूल्यांकन के मानदंड जारी किए। केन्द्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट संदेश में कहा कि 12वीं के प्री-बोर्ड परीक्षा के चालीस प्रतिशत अंक, 11वीं के वार्षिक परीक्षा के तीस प्रतिशत अंक और 10वीं कक्षा के श्रेष्ठ विषयों के तीस प्रतिशत अंक इस मानदंड में शामिल हैं। प्रायोगिक परीक्षा के बारे में स्कूल द्वारा बोर्ड को भेजे गए अंकों के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा।क्वालीफाइ करने के मानकों को पूरा न करने वाले छात्र को फिर से परीक्षा देनी होगी।
मूल्यांकन से संतुष्ट न होने वाले छात्रों के लिए परीक्षा का विकल्प
सीबीएसई ने कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न समस्या के कारण बोर्ड के कक्षा 10वीं और 12वीं की रद्द की गई परीक्षा के परिणाम 20 और 31 जुलाई को घोषित कर दिये जायेंगे।
परीक्षा नियंत्रक सान्यम भारद्वाज ने बताया कि जो छात्र अपने प्राप्तांकों से संतुष्ट नहीं होंगे, उन्हें कोविड-19 महामारी की समस्या कम होने के बाद फिर से परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में विस्तृत जानकारी बाद में दी जायेगी। श्री भारद्वाज ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या जानने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करेगा।
इस महीने के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की थी कि देश में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं को स्थगित करने का फैसला किया था।