अम्बिकापुर। Ambikapur: शहर में आज एक रोचक वाकया देखने को मिला। जिस पुलिस को समाज का एक बड़ा तबका कोसता है, आज उसी पुलिस ने एक आरोपी को भीड़ से बचाया।
भीड़ भी ऐसी जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शुमार थे। उग्र भीड़ आरोपी को जूतों से मारने की कोशिश कर रही थी। ऐसे समय मे पुलिस ने बखूबी मोर्चा संभाला। लूट के जिस आरोपी को पुलिस ने उग्र भीड़ से बचाया उसने पुलिस की अस्मत को मिट्टी-पलीत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

लूटपाट करने के मामले में पुलिस ने बीती रात जितेंद्र जायसवाल नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसकी गिरफ्तारी के कुछ ही घंटों के भीतर थाने के सामने भीड़ एकत्रित हो गई। भीड़ ऐसी जो आरोपी को उन्हें सौंपने की मांग कर रही थी। उसे मारने को आमादा थीं। ऐसी विषम परिस्थितियों में पुलिस ने अपना काम बखूबी किया। आरोपी जितेंद्र जायसवाल से शुरुआती विवेचना के बाद पुलिस उसे एमएलसी के लिए जिला अस्पताल ले गई।
यहां महिलाओं का भी एक बड़ा समूह आरोपी का इंतजार करता नज़र आया। ये महिलाएं इतनी उग्र थीं, कि लूटपाट के मामले के आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल के भीतर ले जाना पड़ा। उसके बाहर आते ही महिलाओं ने आरोपी पर हमले की फिर नाकाम कोशिश की। नाराज़ महिलाएं पुलिस की गाड़ी को रोकने का भी प्रयास कर रही थीं। बावजूद इसके पुलिस ने सूझबूझ से आरोपी को सही-सलामत वहां से निकाल लिया।
थाना और अस्पताल परिसर पहुंची भीड़ ने आरोप लगाया कि पकड़ा गया आरोपी पत्रकारिता की आड़ में उपद्रव करता है। उनके परिजनों से कई बार मोटी रकम ऐंठ चुका है। अपनी ऊपर तक पहुंच का हवाला देकर यह हर किसी को धमकाता फिरता है। हाल ही में आरोपी का पैसे लेने का वीडियो भी वायरल होने की अपुष्ट जानकारी मिली है। इस तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें। आरोपी किसी खबर के एवज में कथित तौर पर 50 हजार रुपए लिए जाने की बात कहता दिखाई पड़ रहा है। इससे पहले इसके खिलाफ अंबिकापुर कोतवाली और चिरमिरी में लूट और ठगी जैसे गंभीर मामलों में अपराध दर्ज हो चुके हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।